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- लंबा चौड़ा सुसाइड नोट असली या नकली...?अखाड़ा परिषद ने भी बनाई जांच टीम
Posted by : achhiduniya
23 September 2021
हरिद्वार के महंत नरेंद्र गिरि की मौत की
जांच अखाड़ा परिषद ने भी शुरू कर दी है। परिषद ने एक गोपनीय टीम का गठन किया है, जो अध्यक्ष की मौत के कारणों की तलाश करेगा। अखाड़ा परिषद ने इस
मामले में पांच सदस्यीय टीम को जिम्मा दिया है। प्रयास रहेगा कि रिपोर्ट षोडशी के
दिन तक आ जाए। अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि ने बताया कि इस बात पर
संदेह है कि बताया गया सुसाइड नोट महंत नरेंद्र गिरि का लिखा है। महंत हरिगिरि ने
कहा कि बीते 35 सालों में इतना तो महंत नरेंद्र गिरि को वो भी जानते हैं
कि इतना
लंबा चौड़ा सुसाइड नोट नहीं लिख सकते हैं। हम अखाड़े के पास दस्तखत पहचानने की
डिग्री तो नहीं है लेकिन मठ में क्या हुआ यह पूछ सकते है, साथ महंत नरेंद्र गिरि के तमाम पत्र हमारे पास भी हैं, इससे इतना समझ आ जाएगा कि महंत नरेंद्र गिरि की हैंड राइटिंग है
कि नहीं,उन्होंने आगे कहा कि महंत नरेंद्र गिरि हमेशा पत्र लिखवाते रहे
हैं, अगर वो हमेशा पत्र लिखवाते रहे तो इस बार कैसे लिखा। इन्हीं
कारणों की तलाश अखाड़ा परिषद की टीम करेगी। उधर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ
सरकार ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश की है। महंत
नरेंद्र गिरि का शव सोमवार को
प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ में पंखे से लटका मिला था। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था,जिसमें उन्होंने अपने शिष्य समेत तीन लोगों पर परेशान करने का
आऱोप लगाया था। तीनों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है और मामले की जांच
फिलहाल 18 सदस्यीय SIT कर रही है। संत समाज लगातार
इसे हत्या कहते हुए सीबीआई या न्यायिक अधिकारियों से जांच की मांग कर रहा था।
संतों का कहना था कि नरेंद्र गिरि आत्महत्या नहीं कर सकते हैं।