- Back to Home »
- National News »
- PM नरेंद्र मोदी की सरकार भी गिराई जा सकती है,देश को बचाने का और कोई दूसरा रास्ता नहीं है...अन्ना हजारे
PM नरेंद्र मोदी की सरकार भी गिराई जा सकती है,देश को बचाने का और कोई दूसरा रास्ता नहीं है...अन्ना हजारे
Posted by : achhiduniya
13 September 2021
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित अपने गांव में शिविर का
मार्गदर्शन करते हुए वरिष्ठ समाज सेवक अन्ना हजारे ने कहा,कांग्रेस हो या बीजेपी किसी भी पार्टी के हाथ देश का भविष्य
उज्ज्वल नहीं है। देश में बदलाव लाना है तो सरकार किसी भी पार्टी की हो, उस पर जन संसद के माध्यम से दबाव लाने की ज़रूरत है। 2011 के
लोकपाल आंदोलन के वक्त हमने यही संकल्प लेकर टीम तैयार की थी,लेकिन कुछ लोगों के मन में राजनीतिक महत्वाकांक्षा ने जन्म ले
लिया और टीम टूट गई। कोई मुख्यमंत्री बना, कोई
राज्यपाल तो
कोई मंत्री, लेकिन देश का नुकसान हुआ। इन
शब्दों में अन्ना ने ना सिर्फ कांग्रेस और बीजेपी को आड़े हाथों लिया बल्कि दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। अन्ना हजारे के गांव
रालेगणसिद्धि में राष्ट्रीय कार्यकर्ता शिविर में अन्ना ने राष्ट्रीय मुद्दे पर जम
कर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि ना तो कांग्रेस और ना ही बीजेपी से ही देश का कुछ भला होने वाला है। उन्होंने
कहा,सभी लोग पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसा बनाने में लगे हैं। कोई भी सरकार अगर
स्वतंत्रता का मतलब स्वच्छंदता समझती है, तो
जनसंसद को शक्तिशाली बनाना ज़रूरी हो जाता है। इस तरह से जनता अगर जागरुक हो जाए
तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भी गिराई जा सकती है। देश को बचाने का और
कोई दूसरा रास्ता नहीं है। देश के 14
राज्यों से आए हुए 86 कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण
शिविर रालेगणसिद्धि में आयोजित किया गया था। यह रविवार को संपन्न हो गया। अन्ना
हजारे ने इस राष्ट्रीय कार्यकर्ता प्रशिक्षिण शिविर के माध्यम से एक बार
फिर जन
आंदोलन करने का संकल्प किया। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर संगठन तैयार करने का निर्णय
लिया गया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को दीर्घकालीन योजना बनाकर काम पर लगने का
निर्देश दिया है। किसान आंदोलन को मेरा समर्थन, सरकार
इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं दिल्ली सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर
बोलते हुए अन्ना ने कहा, मैं कई सालों से किसानों की समस्याओं
के लिए आंदोलन कर रहा हूं। 23 मार्च 2018 और 30 जनवरी 2019 को मैंने
किसानों के
साथ मिलकर आंदोलन किया। दिल्ली में पिछले 9 महीने से जो किसान आंदोलन शुरू है, उस आंदोलन को मेरा समर्थन है। मैंने एक दिन अनशन भी किया। सरकार
किसानों के मुद्दों पर जरा भी गंभीर नहीं है। कृषि उत्पाद पर C-2 के ऊपर 50 प्रतिशत एमएसपी लागू होना चाहिए। इसके लिए केंद्र
सरकार ने उच्चाधिकार समिति गठित करने का लिखित आश्वासन दिया है।