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- सस्ता तेल पाने का बेहतर मौका है भारत के पास
Posted by : achhiduniya
31 May 2022
अमेरिका और यूरोप की कार्रवाई से रूस एशिया के
इच्छुक खरीदारों को आपूर्ति बढ़ाने के लिए मजबूर हो रहा है। इसमें भारत पश्चिमी
रूस से निकलने वाले क्रूड के लिए सबसे बड़ा बाजार है। रूस पिछले काफी समय से भारत
को सस्ते तेल का ऑफर दे रहा है और भुगतान की समस्या सुलझाने में लगा है। मौजूदा
माहौल में भारत रूस से तेल की कीमतों को लेकर और मोलभाव कर सकता है। सस्ते कच्चे तेल से भारत को न सिर्फ महंगाई कम
रखने में मदद मिलेगी, बल्कि तेल आयात पर खर्च होने
वाली विदेशी मुद्रा बचाने में
भी सहायता मिलेगी। गौरतलब है की रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन को सबक सिखाने के लिए यूरोपीय यूनियन ने कच्चे तेल का आयात रोकने
का बड़ा फैसला किया है। इस फैसले के तहत अगले 6 महीने में रूस से किए जाने वाले
तेल आयात में 90 फीसदी की कटौती कर दी जाएगी। इस फैसले से कच्चे तेल की
अंतरराष्ट्रीय कीमतें फिर से बढ़ने लगी हैं और 122 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई
है। यूरोपीय यूनियन के इस फैसले से भारत को फायदा मिल सकता है और रूस कम कीमत
पर भारत को तेल बेचने पर मजबूर हो सकता है। यूरोप अपनी जरूरत का 25 फीसदी कच्चा तेल
और 40 फीसदी प्राकृतिक गैस रूस से आयात करता है। ऐसे में ज्यादातर यूरोपीय देशों
के लिए तेल आयात को प्रतिबंधित करना मुश्किल भरा फैसला था। खास तौर पर ऊर्जा
जरूरतों के लिए जो देश रूस पर पूरी तरह आश्रित हैं, वे ऐसा
करने से बचना चाहते थे। पिछले कुछ महीनों से भारत रूस से सस्ती कीमत पर कच्चा तेल
खरीद रहा है। यही