- Back to Home »
- Suggestion / Opinion »
- माँ को बेटी के परिवार {ससुराल} में अनावश्यक दखल नहीं देनी... माँ की बेटी को शिक्षा
Posted by : achhiduniya
12 November 2022
शादी के बाद अक्सर देखा जाता है की छोटी-छोटी
बातों को लेकर लड़किया अपने ससुराल की बुराईया को लेकर सास-ससुर,ननद-देवरानी की शिकायते अपने मायके में माँ से करने लग जाती है। ऐसे में कई
परिवार के घर टूटने से बचाए जा सकते है अगर उन्हे इस प्रकार से समझाने वाली समझदार
माँ की सीख प्राप्त हो, एक सब्जी की दुकान पर जहाँ से मैं
अक्सर सब्जियाँ लेती हूँ जब मैं पहुँची तो सब्जी वाली फोन पर बात कर रही थी अत:
कुछ क्षण रुकना ठीक समझा और उसने रुकने का संकेत भी किया तो रुक गयी और
उसकी बात
मेरे कान में भी पड़ रही थी। वह अपनी उस बेटी से बात कर रही थी जिसकी शादी तीन चार
दिन पहले हुई थी। वह कह रही थी देखो बेटी घर की याद आती है ठीक है,लेकिन वह घर अब तुम्हारा है। तुम्हें अब अपना सारा ध्यान अपने घर के लिया
लगाना है और बार बार फोन मत किया करो और छिपकर तो बिलकुल भी नहीं। जब भी यहाँ फोन
करना तो सास या पति के सामने करना। तुम अपने फोन पर मेरे फोन का इंतजार कभी मत
करना। मुझे जब बात करनी होगी तो मैं तुम्हारी सास के नंबर
पर लगाऊँगी। तब तुम भी
बात करना और बेटी अब ससुराल में हो जरा जरा सी बात पर तुनकना छोड़ दो सहनशक्ति रखो।
अपना घर कैसे चलाना है ये सब अपनी सास से सीखो। एक बात ध्यान रखो इज्जत दोगी इज्जत
पाओगी। ठीक है। सुखी रहो। मैंने प्रशंसा के भाव में कहा बहुत सुंदर समझाया आपने।
उसने कहा बहन माँ को बेटी के परिवार में अनावश्यक दखल नहीं देनी चाहिये। उन्हें
अपने घर की बातों को भी बिना मतलब इधर उधर नहीं करना चाहिये। वहाँ हो तो समस्या का
हल खुद ढूँढ़ो। मैं उस देवी का मुँह देखती रह गयी। सभी माँ को इसी तरह से सोचना
चाहिए ताकि बेटी अपने घर को खुद का घर
समझे।
.jpg)
.jpg)
