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- क्या मृत्यु के बाद भी संपर्क करते है मृत परिजन जाने सही या गलत...?
Posted by : achhiduniya
29 November 2022
क्या वाकई मरने के बाद हमारे परिजन हमसे हमेशा के
लिए दूरी बना लेते हैं? अगर आपको लगता है यह सच है तो
आप शायद इस तथ्य से अवगत नहीं है कि मृत्यु के बाद भी आत्माएं इस भौतिक दुनिया में
विचरण करती हैं या तो उनका कोई उद्देश्य अधूरा रह गया है या फिर वह किसी खास तक
अपना संदेश पहुंचाना चाहती है। बिछड़ने का दर्द क्या होता है,इस सवाल का जवाब केवल वही व्यक्ति दे सकता है जिसने किसी अपने
को गंवाया हो। अपने प्रियजन से दूरी किसी से भी सहन नहीं होती और जब यह दूरी हमेशा
के लिए हो तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं। मृत परिजन हमें सबसे पहले इस बात का
अहसास करवाना चाहते हैं कि वह आज भी हमारे साथ
हैं,उन्होंने
हमारा साथ नहीं छोड़ा है। शायद इसलिए कभी-कभी आपको अपने दादा-दादी के खांसने या
उनके धीमे-धीमे बोलने की आवाज आप तक आ जाती है,जब कि
अब वो इस दुनिया में हैं ही नहीं। ये इस बात का इशारा है कि उनके साथ के बिना आप
जीवन में आगे नहीं बढ़ सकते। आपके किसी निकट परिजन की आत्मा कोई भी रूप लेकर आपके
सामने आ सकती है। वह किसी बच्चे,किसी बुजुर्ग,किसी भी स्त्री-पुरुष के रूप में आपको देखने या आपसे मिलने आ
सकती है। भले ही उनके जीवित अवस्था में आप उनके प्रति प्रेम
पूर्वक व्यवहार करते
रहे हों या उनसे लड़ते-झगड़ते रहे हों, लेकिन
उनके लिए आपके वास्तविक विचार या भावनाएं क्या है। ये बात उनकी मृत्यु के बाद आप
उनसे नहीं छिपा सकते। बहुत से लोग कहते हैं जो आत्माएं किसी कारणवश धरती पर अटक गई
हैं केवल वही भटकती हैं,लेकिन सच बात यह है कि जो
आत्माएं अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच गई हैं वे भी कभी-कभी वापस आकर उन लोगों को
देखती हैं जो जीवन में उन्हें बहुत प्रिय थे। वे लोग जो हमारा साथ हमेशा के लिए
छोड़कर चले गए हैं,वे असल में आज भी हमें देख और सुन सकते हैं।
हमारे जीवन में क्या अच्छा या बुरा चल रहा है,वे इस
बात से भली-भांति
परिचित हैं। अगर आप उनसे मदद चाहते हैं तो वो आपकी सहायता जरूर
करेंगे। चीजों का इधर-उधर हिलना,बत्ति का जलना और बुझना अगर
कोई आत्मा आपके आसपास है तो ये घटनाएं बहुत सामान्य हैं,लेकिन इसका अर्थ यह कदापि नहीं है कि आपका दोस्त या परिजन आपको
डराने का प्रयास कर रहे हैं। वो बस आपको अपनी मौजूदगी का अहसास करवाना चाहते हैं।
मृत्यु के बाद भी आपके उस परिजन का सेंस ऑफ ह्यूमर खत्म नहीं होता। अगर आपको कभी
ये लगे कि ऐसा
ही मजाक आपका वो परिजन आपके साथ करता था जो अब इस दुनिया में नहीं
है तो हो सकता है ये घटना उन्हीं ने ही की हो।
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