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- संतो-महापुरुषों पर टिप्पणी या कुछ और क्यू महाराष्ट्र के राज्यपाल पद छोड़ने पर हुए मजबूर...?
Posted by : achhiduniya
23 January 2023
राजभवन द्वारा जारी एक बयान में महाराष्ट्र के
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा, महाराष्ट्र
जैसे महान राज्य- संतों, समाज सुधारकों और वीर
सेनानियों की भूमि के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए एक
बेहद सम्मान और सौभाग्य की बात थी। कोश्यारी ने 9 सितंबर, 2019 को
महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में पदभार संभाला था। राजभवन की तरफ से जारी
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया,मैंने
राज्यपाल के पद से हटने की इच्छा व्यक्त की है। इस विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि कोश्यारी ने प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा के दौरान पद
छोड़ने और अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य इत्मीनान की
गतिविधियों में बिताने की इच्छा व्यक्त की है। कोश्यारी ने कहा कि पिछले तीन साल
से कुछ ज्यादा समय के दौरान महाराष्ट्र की जनता से मिले प्यार और स्नेह को मैं कभी
नहीं भूल सकता। माननीय प्रधानमंत्री की हाल की मुंबई यात्रा के दौरान मैंने उन्हें
सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने और अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य गतिविधियों में बिताने की अपनी इच्छा से अवगत
कराया है। मुझे माननीय प्रधानमंत्री से हमेशा प्यार और स्नेह मिला है और मुझे
इस
संबंध में भी ऐसा ही मिलने की उम्मीद है। गौरतलब है कि
मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी के बारे में
राज्यपाल की विवादास्पद टिप्पणी पर विवाद के दौरान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब
ठाकरे) नेता संजय राउत द्वारा जारी एक बयान के अनुसार कोश्यारी ने पिछले साल नवंबर
में इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, राजभवन
ने इस बयान को खारिज कर दिया था।
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