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- मौलवी इमाम या उलेमा ना ही निकाह पढ़ेंगा ना ही पढ़ने देगा..बताई बड़ी वजह...
Posted by : achhiduniya
25 January 2023
छत्तीसगढ़ कोरबा
सदर सुन्नी मुस्लिम जमात के हाजी अखलाक खान ने बताया कि जिले के तंजिम उलेमा मौलानाओं
की कमेटी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि मुस्लिम समुदाय के शादी निकाह में
फिजूलखर्ची रोकने के लिए बैंड बाजा डीजे और पटाखों की आतिशबाजी को पूरी तरह
प्रतिबंधित किया जाएगा। तंजिम उलेमा की बैठक में कहा गया कि फरमान की अवहेलना करने
पर जिले का कोई भी इमाम या उलेमा ऐसी शादी में निकाह पढ़ाने नहीं जाएगा और इसका
विरोध किया जाएगा। इतना ही नहीं, उनके यहां बाहर से
आए किसी
उलेमा को निकाह पढ़ाने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी। ना ही उस परिवार के द्वारा
आयोजित किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में उलेमा शामिल होंगे। जिले के सभी मस्जिद
कमेटियों और मदरसों की कमेटियों द्वारा इस फैसले का स्वागत किया गया है। इस विषय
पर हाजी इकलाख खान ने कहा कि बैंड बाजा डीजे पर रोक लगाने के पीछे मकसद यह है कि
इसके लिए इस्लाम इजाजत नहीं देता है।
इस फैसले से जहां समाज के कमजोर वर्ग के
लोगों को राहत मिलेगी वहीं समृद्ध परिवार के लोग ऐसा करने से बचेंगे। तंजीमुल
उलेमा के लिए गए फैसले में साफ कह दिया गया है कि उक्त शरिया कानून का अगर कोई भी
व्यक्ति उल्लंघन करता है तो इमाम और उलेमा उनके यहां निकाह पढ़ाने नहीं जाएंगे। उनके
यहां बाहर से आए किसी उलेमा को निकाह पढ़ाने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी और ना ही
उस परिवार के आयोजित किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में उलेमा शामिल होंगे। निर्णय के
बाद इसका प्रचार प्रसार करने के लिए कमेटियों के पदाधिकारियों ने अपील की है कि
सभी मस्जिदों में इसका ऐलान किया जाए। खासकर जुमे के दिन, ताकि अधिक से अधिक लोगों को फैसले के बारे में जानकारी हो सके।
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