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- फिल्म पायरेसी क्या होती है, कैसे की जाती है क्या कहता है कानून..?
Posted by : achhiduniya
31 July 2023
पहले सीडी, डीवीडी और
वेब साइट्स से फिल्मों की पायरेसी की जाती थी,लेकिन जब टेलीग्राम आया तो इसकी चोरी
और भी ज्यादा बढ़ गई। पिछले साल 2022 में आई एक
रिपोर्ट में दावा किया गया कि वॉट्सऐप का इस्तेमाल भी इस काले धंधे के लिए किया जा
रहा है। कोरोना काल में देश में लॉकडाउन लगा हुआ था,
तब लोगों
ने घर बैठे-बैठे ही ढेर सारी फिल्में देखी। इनमें से
कई फिल्में पायरेसी के जरिए ही उन तक पहुंचती थी। एक आंकड़े के मुताबिक, लॉकडाउन पीरियड में सबसे ज्यादा फिल्में चोरी की गईं।
इस दौरान पायरेसी
में 62% तक का
इजाफा देखने को मिला। पायरेसी को ही समझाने के लिए तमिलरॉकर्स नाम से एक फिल्म बनी है। इसकी कहानी में
दिखाया गया है कि किस तरह फिल्मों और कॉन्टेंट की चोरी की जाती है। रिलीज से पहले
ही इन फिल्मों को ऑनलाइन लीक कर दिया गया। फिल्म को डाउनलोड करना असल में पायरेसी होती है। पायरेसी को अगर
आसान भाषा में समझें तो इसे चोर कहते हैं। कॉपीराइट वाली फिल्में, वेब सीरीज, वीडियो या
कोई भी कॉन्टेंट, गैर कानूनी तौर से
चोरी कर किसी वेबसाइट या ऐप्स पर अपलोड करना ऑनलाइन पायरेसी कहलाती है।
बीते दिनों राज्यसभा में सूचना एवं प्रसारण मंत्री
अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि पायरेसी के चलते हर साल फिल्म
इंडस्ट्री 20 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। ऐसे में सरकार सख्त है और वह किसी को बख्शने
वाली नहीं इसको लेकर केंद्र सरकार सख्त हो गई है। 27
जुलाई, 2023 को सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 संशोधित विधेयक पारित किया गया है। अब अगर कोई फिल्म या वेब सीरीज की
चोरी मतलब पायरेसी करते पकड़ा जाता है तो उसे 3 साल की जेल
और फिल्म की लागत का 5% तक जुर्माना देना
होगा।
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