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- गुजरात का गरभा हुआ मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल
Posted by : achhiduniya
10 December 2023
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ‘एक्स’
पर एक
पोस्ट में कहा,गरबा के रूप में देवी मां की भक्ति की सदियों
पुरानी परंपरा जीवित है और बढ़ रही है। गुजरात की पहचान बन चुके गरबा को यूनेस्को
ने अपनी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची के तहत मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा,यह दुनिया भर में फैले
गुजरातियों के लिए गौरव का क्षण है। यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की
विरासत को महत्व दिए जाने और ऐसी विरासत को दुनिया भर में ले जाने का परिणाम है।
गुजरात के लोगों को बधाई। पीएम मोदी ने कहा,गरबा जीवन,
एकता
और हमारी गहरी परंपराओं का उत्सव है। अमूर्त विरासत सूची पर इसका शिलालेख दुनिया को
भारतीय संस्कृति की
सुंदरता दिखाता है। यह सम्मान हमें भविष्य की पीढ़ियों के लिए
हमारी विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। इस वैश्विक
स्वीकृति के लिए बधाई। बोत्सवाना में शुरू हुई अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की हिफाजत
के लिए अंतर सरकारी समिति की 18वीं बैठक के दौरान
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सहेजने संबंधी 2003
की
संधि के प्रावधानों के तहत इसे सूची में शामिल किया गया। एक आधिकारिक बयान में कहा
गया,गुजरात का गरबा नृत्य इस सूची में शामिल होने वाला
भारत की 15वीं अमूर्त सांस्कृतिक विरासत है।
यह उपलब्धि
सामाजिक और लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने वाली एकीकृत शक्ति के रूप में गरबा की
महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है। यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार गरबा एक अनुष्ठानात्मक
और भक्तिपूर्ण नृत्य है जो नवरात्रि के
त्योहार के अवसर पर किया जाता है,जो आदिशक्ति की पूजा के
लिए समर्पित है।