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- कैसे शुरू हुई थी घर-घर क्रिसमस ट्री लगाने की प्रथा की शुरुवात...?
Posted by : achhiduniya
25 December 2023
आज देश–विदेश में ईसाई समुदाय से जुड़े लोग
क्रिसमस का त्योहार मना रहें है जहां वे भगवान यीशु के जन्मदिन के साथ क्रिसमस ट्री भी लगाते हैं लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आखिर इस दिन सदाबहार पेड़ों को काटने और उन्हें
घर में सजाने की प्रथा कब शुरू हुई। दरअसल, क्रिसमस ट्री के लिए
जिन खास पेड़ों को इस्तेमाल होता है, उन्हें सदाबहार पेड़
कहते हैं यानी ये कभी सूखते नहीं हैं। ये पेड़ पूरे साल हरे रहते हैं। स्प्रूस,
फर,
डगलस फर,
चीड़,
देवदार,
वर्जीनिया पाइन,
अफगान पाइन,
रेत पाइन इन्ही
पेड़ों के प्रकार हैं। हिस्ट्री डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार,
इन पेड़ों का
इस्तेमाल शुभ कार्यों के दौरान सदियों से होता आ रहा है। प्राचीन लोग इन पेड़ों को
पवित्र मानते थे। कई देशों में तो ये भी मान्यता थी कि अगर इन पेड़ों की टहनियों
को घर के दरवाजे पर लटका दिया जाए तो इससे घर में बुरी
आत्माएं प्रवेश नहीं कर
पातीं। हालांकि, ठोस प्रमाणों के आधार पर देखा जाए तो इस प्रथा
को शुरू करने का श्रेय जर्मनी को जाता है। दरअसल, 16वीं शताब्दी के
दौरान जर्मनी के श्रद्धालु ईसाई क्रिसमस के दौरान अपने घरों में सजे हुए सदाबहार
पौधे लाया करते थे। जबकि, इन पेड़ों को लेकर एक
कहानी प्रोटेस्टेंट सुधारक मार्टिन लूथर से भी जुड़ी है। कहा जाता है कि 16वीं सदी में ठंड की
एक रात जब वह अपने घर लौट रहे थे, तो उन्होंने इन
सदाबहार पेड़ों के बीच टिमटिमाते तारों को देखा। घर आकर वो अपने परिवार को भी उसी
दृश्य का अनुभव कराना चाहते थे।
ऐसा करने के लिए वो घर में एक सदाबहार का पेड़ लाए
और उसके टहनियों पर कुछ मोमबत्तियां लगा दीं। इसके बाद से ही क्रिसमस के दिन लोग
ऐसा करने लगे। वहीं अमेरिका में इन पेड़ों से जुड़ी प्रथा कि बात करें तो शुरुआती
दौर में अमेरिकी लोगों को क्रिसमस के दिन पेड़ों का इस तरह से सजाना पसंद नहीं था। 1840
तक तो इसे अमेरिका
के लोग बुतपरस्त प्रतीकों के तौर पर देखते थे। दरअसल, अमेरिका में भी इन
पेड़ों को जर्मनी के लोग ही लाए थे। 1747 के शुरुआती दौर में
अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में मोरावियन जर्मनों के पास उनका एक सामुदायिक पेड़ था,
जो मोमबत्तियों से
सजा था। साल 1846 में ब्रिटिश रॉयल फैमिली की कमान रानी
विक्टोरिया के हाथों में थी। रानी विक्टोरिया उन दिनों लोगों के बीच काफी लोकप्रिय
थीं।
वो जो चीजें करतीं, जो कपड़े पहनतीं वो
फैशन बन जाता। इसी साल क्रिसमस के समय उनकी और उनके जर्मन राजकुमार,
अल्बर्ट की एक फोटो
को इलस्ट्रेटेड लंदन न्यूज में छापा गया। इस चित्र में रानी विक्टोरिया और प्रिंस
अल्बर्ट अपने बच्चों के साथ क्रिसमस ट्री के चारों ओर खड़े हुए थे। ये फोटो छपते
ही क्रिसमस ट्री भी फैशन में आ गया। ये फैशन ना सिर्फ ब्रिटेन और यूरोप में बल्कि
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच गया।