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विनाश काले विपरीत बुद्धि,रोम से प्यार करने वाले राम की महिमा क्या जाने,निमंत्रण ठुकराने पर कांग्रेस पर गरजे चौहान
Posted by : achhiduniya
11 January 2024
मध्यप्रदेश
के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पहले भी कांग्रेस भगवान के अस्तित्व को
मानने से इनकार करती थी। कभी वह प्रमाण मांगती थी कि कहां भगवान राम पैदा हुए थे, मंदिर की जगह टॉयलेट बना दो। अब जब
सादर निमंत्रण मिला है तब उनकी मति मारी गई है कि वह वहां जाने से इनकार कर रहे
हैं। राम हमारे अस्तित्व हैं, भगवान राम हमारे आराध्य हैं, भगवान राम हमारे प्राण हैं, भगवान राम हमारे भगवान हैं, भगवान राम ही हमारे भारत की पहचान
हैं। बिना राम के इस देश को नहीं जाना जा सकता। हमारे रोम-रोम में राम हैं, लेकिन कांग्रेस, भारत की जो पहचान है भगवान श्री
राम,
वहां जाने से इनकार नहीं कर
रही है। भारत की पहचान
मानने से ही इनकार कर रही है। भारत की पहचान को ही मानने से
इनकार कर रही है, भारतीय संस्कृति को अस्वीकार कर रही है। शिवराज ने कहा है कि देश
के सौभाग्य सूर्य का उदय हुआ, भगवान श्री राम रामलला दिव्य और भव्य मंदिर में
विराजेंगे। प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है लेकिन लगता है कांग्रेस को राम से ज्यादा
रोम से प्यार है। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम ने आगे कहा कि कांग्रेस को संस्कृति और
आस्था से कोई लेना-देना नहीं है। वह हर चीज को वोट बैंक मानती है। वोट बैंक के
नाते तोड़ते हैं,लेकिन देश राममय है और हम तो भगवान की भक्ति में लीन हैं। अहोभाग्य
हमारे कि इस युग में पैदा हुए जब भगवान श्री राम मंदिर में प्रतिष्ठित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक वोटों के लिए कांग्रेस ने किया ही क्या है। कांग्रेस
की विनाश काले विपरीत बुद्धि है और उन्होंने सेल्फ गोल किया है। कांग्रेस के इस आरोप पर कि ये
भाजपा का पॉलिटकल इवेंट है? शिवराज ने कहा कि भारतीय जनता
पार्टी के लिए भगवान कभी राजनीति का विषय नहीं रहे। वे हमारी आस्था और श्रद्धा का
केंद्र हैं। किसने क्या कहा, मुझे लेना-देना नहीं है। लेकिन यह दुर्भाग्य कांग्रेस
का है। उन्होंने आगे कहा, "जाको प्रभु दारुण दुख देही, ताकी मति पहले हर लेही।"