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भतीजे [अजित] ने किया चाचा [शरद पवार] को चारों खाने चित,अजित पवार गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा [NCP]…. चुनाव आयोग
Posted by : achhiduniya
06 February 2024
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उठापटक के
बाद अजित पवार पहले अपने चाचा
शरद पवार का साथ छोड़कर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो चुके हैं और
वर्तमान में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं। महाराष्ट्र सरकार ज्वाइन करने के
बाद से ही अजित पवार अपने गुट को असली एनसीपी बता रहे थे। जबकि शरद पवार अपने गुट को ही असली एनसीपी होने का
दावा कर रहे थे। दोनों के बीच चुनाव चिह्न को लेकर चल रही खींचतान बाद में चुनाव
आयोग पहुंच गई थी। लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र से बड़ी खबर
सामने आई है। शरद पवार को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली
एनसीपी माना है। चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों को मद्देनजर रखते हुए अजित पवार
गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी माना गया है। चुनाव आयोग ने आगे कहा कि अजित पवार गुट को ही
पार्टी का नाम एनसीपी इस्तेमाल करने के अधिकार है और उसी के पास चुनाव चिन्ह भी
रहेगा। गौरतलब है कि 10 से अधिक सुनवाई के बाद
अजीत पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का नाम और चिह्न मिला। 6 महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद, चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी
कांग्रेस पार्टी (NCP) के विवाद का निपटारा किया और अजीत पवार के नेतृत्व वाले
गुट के पक्ष में फैसला सुनाया। चुनाव आयोग ने अपने नए राजनीतिक गठन के लिए एक नाम
का दावा करने और आयोग को तीन प्राथमिकताएं देने का एक बार का विकल्प प्रदान किया
है।
रियायत का उपयोग 7 फरवरी, 2024 को दोपहर 3 बजे तक किया जा सकता है। ये
अजित पवार के लिए बड़ी जीत है तो उनके चाचा शरद पवार के लिए आम चुनाव से पहले
करारा झटका है। चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर शरद पवार को अपने नए
राजनीतिक गठन का नाम रखने के लिए विशेष छूट दी है। चुनाव आयोग ने कहा कि टेस्ट ऑफ
लेजिसलेटिव मेजॉरिटी ने विवादित
आंतरिक संगठनात्मक चुनावों के मद्देनजर अजित पवार गुट को एनसीपी चुनाव चिह्न हासिल
करने में मदद की।