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- प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए करे व्यवहारिक परिवर्तन....
Posted by : achhiduniya
07 March 2024
हमेशा हम चाहते है कि हम जब भी किसी से
बात करें तो हमारा प्रभाव सामने वाले व्यक्ति पर पड़े जिससे वह प्रभावित होकर हमें महत्व
दे और हमारी बातों को ध्यान से सुने। इसलिए किसी भी लेवल की मीटिंग या बातचीत हो आप आत्मविश्वास के साथ
अपनी शुरुआत करें। सामने वाले के प्रभाव में आने से बचें और पूरे आत्मविश्वास के साथ बिना घबराएं अपनी बातें रखें। इसका नतीजा बेहतर आता है। चेहरे पर प्यारी सी स्माइल के साथ
बातचीत की शुरुआत करने से माहौल खुशनुमा और दोस्ताना हो जाता है। इससे बातचीत
पॉजिटिव रुख लेती है और अपने मकसद में कामयाबी की ओर बढ़ती है। क्योंकि हल्की सी
मुस्कुराहट आपकी ओर सामने वाले का इंटरेस्ट बढ़ा
देता है। सामने वाले की आंखों में आंख डालकर बातें करें। हां, इसका ख्याल
रखें कि आप सामने वाले शख्स को घूरते हुए नहीं देखें। आंखों के कनेक्शन ने बातों
का भी ज्यादा असर होता है,क्योंकि सामने वाले का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकता। दोनों
ही लोगों का पूरा फोकस बातचीत पर ही होता है। तनाव और दबाव में बातचीत करने से
परहेज करें,अगर ऐसी परिस्थिति हो भी तो सामने वाले को जाहिर न करें। नहीं तो बातचीत
नेगेटिविटी से भर जाएगी और उसका रिजल्ट भी सही नहीं आ पाएगा। तनाव या दबाव में हुई
बातचीत में दोनों ही लोग थक जाते हैं। बातचीत को बेहद बोझिल बनाने से
बचना चाहिए चाहे कितना भी गंभीर मसला क्यों न हो।
सामने वाले के लिए दोस्त जैसा
नजरिया लेकर बात शुरू करने पर सक्सेस के सौ फीसदी चांस हो जाते हैं,क्योंकि सामने
वाला ज्यादा देर तक बातचीत में दिलचस्पी लेता है और मीटिंग अच्छे नतीजे पर कंप्लीट
होता है। मीटिंग या बातचीत के दौरान बीच-बीच में
हल्की-फुल्की बातों या मजाक करने से बोर होने से बचा जा सकता है। मगर ध्यान रहे
मजाक लंबा नहीं खींचना चाहिए। जितनी जल्दी हो बैक टू द प्वाइंट करना चाहिए।