- Back to Home »
- Crime / Sex »
- नकली पुलिस बनकर करने गए असली पुलिस को डिजिटल अरेस्ट उड़े होशं जाने फिर क्या हुआ...?
Posted by : achhiduniya
25 November 2024
इंदौर के एडिश्नल
डीसीपी राजेश दंडोतिया प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इसी दौरान एक अनजान नंबर से
उनके पास कॉल आया। उन्होंने जब कॉल उठाया तो वह किसी बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी
बोल रहा था और कह रहा था कि उनके द्वारा मुंबई में क्रेडिट कार्ड बनवाया गया था,
जिसका 100000
रुपये से अधिक का बकाया है और वह कहीं
मिसयूज हो रहा है। पुलिस अधिकारी दंडोतिया ने इस पर कहा कि उनकी ओर से इस तरह का
कोई क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया गया है। कस्टमर कॉल सेंटर अधिकारी की ओर से उन्हें
दबाव दिया गया कि वह स्वीकार करें नहीं तो यह कंप्लेंट मुंबई पुलिस को ट्रांसफर की
जाएगी। काफी कुछ बात होने के बाद मुंबई पुलिस को कंप्लेंट ट्रांसफर कर दी गई। कुछ
देर तक तो राजेश दंडोतिया पर क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए दबाव बनाया गया
और उन्हें
कहा कि वह 2 घंटे में मुंबई पहुंच जाएं नहीं तो उन पर कानूनी
कार्रवाई की जाएगी नहीं तो वीडियो कॉल पर स्टेटमेंट नोट करवाएं। जब दंडोतिया
के पास वीडियो कॉल आया तो दंडोतिया खुद पुलिस की वर्दी में बैठे थे और सामने वाला
खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बता रहा था। जब दंडोतिया ने कहा कि मैं खुद पुलिस
ऑफिसर हूं। उनसे पूछा कि तुमने इतनी मीडिया को क्यों बुला रखा है तो उन्होंने कहा
कि जिस तरह से आप लोग आम आदमी के साथ ठगी कर रहे हैं और अब नहीं कर पाओगे।
यह आम
लोगों को अवेयरनेस के लिए यह पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया गया है और यह अब जन-जन तक
पहुंचेगी। गौरतलब है की मध्य
प्रदेश के इंदौर में इन दिनों डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आ रहे हैं। कभी
नकली पुलिस बनकर तो कभी सीबीआई अधिकारी या आरबीआई अधिकारी बनकर लोगों को वीडियो
कॉल करके उन्हें धमकाते हैं और उनसे लाखों रुपए ठग लेते हैं। दर्जनों शिकायतें
क्राइम ब्रांच में दर्ज हो चुकी हैं,लेकिन रविवार (24 नवंबर) को ऐसा वाकया हुआ कि नकली पुलिस वालों ने
असली पुलिस के साथ डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की और फिर असली वर्दी देख बदमाशों
के होश उड़ गए।