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- ई फार्मेसी-ऑनलाइन दवा बिक्री जैसी व्यवस्था पर रोक लगाने की मांग तेज....
Posted by : achhiduniya
29 July 2025
ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट
एसोसिएशन ने एक बार फिर ऑनलाइन फार्मेसी प्लेटफार्म के संचालन को औषधि एवं प्रशासन
सामग्री अधिनियम का उल्लंघन बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय
महासचिव राजीव सिंघल का कहना है,साल 2018 में भारत सरकार ने मरीजों को दवाई
की तत्काल उपलब्धता के मद्देनजर यह व्यवस्था शुरू की थी। हालांकि बाद में कोविड
संक्रमण पर नियंत्रण होने के बाद केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने इस व्यवस्था को
वापस लेने की मांग की थी। यह मांग इसलिए भी की गई क्योंकि इस व्यवस्था से
अप्रत्यक्ष रूप से औषधि प्रशासन अधिनियम 1940 का उल्लंघन हुआ। इसके
अलावा मनचाही
दवाई को ऑनलाइन मंगाने के बाद उपयोग करने से गंभीर खतरा हो सकता है। संगठन का कहना
है,इस व्यवस्था के सुधार के लिए जो सुझाव दिए गए थे, उन पर भी अमल नहीं हो पाया। अब
जबकि ई-फार्मेसी के संचालन को करीब 7 साल होने को है तो देश के केमिस्ट
और ड्रगिस्ट अब इस व्यवस्था के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। संगठन ने केंद्रीय
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल से इस मामले में कार्रवाई
करने की मांग दोहराई है। भारतीय औषधि महानियंत्रक राजीव रघुवंशी के समक्ष भी
ज्ञापन के जरिए ई-फार्मेसी की व्यवस्था पर रोक लगाने की मांग की है।
केमिस्ट एंड डाइजेस्ट संगठन का
मानना है कुछ चुनिंदा कंपनियों के हाथ में यदि दवा विक्रय की व्यवस्था पहुंच गई तो
दवा की कीमतों पर ना तो कोई नियंत्रण रहेगा और ना ही इनकी वैधानिकता पर किसी को
जिम्मेदार ठहराया जा सकेगा। इस व्यवस्था के कारण देश के
तमाम केमिस्ट और ड्रजिस्ट से जुड़े करीब 6 करोड लोगों के समक्ष भी आजीविका
का संकट खड़ा होगा। यही वजह है कि अब ई फार्मेसी
जैसी व्यवस्था पर रोक लगाने की मांग तेज हो रही है।