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Posted by : achhiduniya
20 January 2015
आपके पास खजाना भरा पड़ा है.....
मित्रो प्रणाम ...किसी भी व्यक्ति की पहचान
उसके व्यवहार से होती है। वह चाहे अमीर हो चाहे गरीब । पैसे से कोई भी व्यक्ती दुनिया की नजरो मे अमीर या गरीब हो सकता है लेकिन
जिसने सभ्यता,सस्क्र्ती शिष्टाचार का जरा
भी ज्ञान नही वास्तव मे वही गरीब कहलाता है। शिष्टाचार का अर्थ है शिष्ट व्यवहार।
इन्हें
अपने जीवन में उतारें और शिष्टाचारी कहलाए
इसके लिए आपको कोई बैंक का लोन या साहूकार का कर्जा लेने की आव्श्क्ता नही बल्कि इसका
तो आपके पास खजाना भरा पड़ा है ,सिर्फ आपको लाकर को खोलने के लिए
सही पास वोर्ड यानी चाबी मेरा मतलब है कुछ बातो
का जीवन मे बदलाव लाने की है। घर पर आए अतिथि का खुशी से स्वागत करें। घर के
सामान को यथास्थान रखें। घर में गंदगी को गली की गंदगी न बनाएं। किसी से मिलते समय
श्रीमान जी ,बहन जी ‘नमस्कार’,नमस्ते ,सलाम वालेकम ,जय श्री राम ,वाहेगुरु
जी ,वेलकम, गुड डे सर और विदा लेते समय “फिर मिलेंगे”,”गुड बाय” इत्यादी-इत्यादि सम्मान जनक
शब्दो का प्रयोग अवश्य करे । किसी की मदद से कोई काम पूरा हुआ हो तो कार्य समाप्ति
पर ‘धन्यवाद’ करना न भूलें। यह एक प्रकार का आभार होता है जिससे सामने वाले व्यक्ती
को खुशी मिलती है। किसी से कुछ मदद मांगनी
हो तो ‘कृपया’ शब्द का प्रयोग करें। इससे उसे आपकी जरूरत का एहसास होता है।
कोई अन्य
अखबार या पत्रिका पढ़ रहा हो तो ताक-झांक न करें। न ही झांक-झांक कर पढ़ें। खाने-पीने
का सामान इधर-उधर न फैंके। न ही भोजन बिना ढंके रखें। यह शिष्टाचार नही कहलाता । यात्रा
के दौरान जोर-जोर से न बोलें, न खिलखिलाएं, न ताली बजाकर या हाथ मारकर बात करें। यात्रा करते समय अपंग, वृद्धजन और असहाय व्यक्ति को प्राथमिकता दें। इससे आपकी सभ्यता का पता चलता
है। शोक के अवसर पर चटकीले कपड़े न पहनें, न ही अधिक आभूषण पहनें,
न ही कपड़ों पर परफ्यूम आदि लगाकर जाएं। ऐसे स्थान पर दिखावा करने से
बचे शांत रहना ही शोभनीय लगता है। आप दूसरों की जितनी मदद कर सकें, नि:संकोच करें। इससे आपको खुशी के साथ सम्मान भी प्राप्त होगा ।
अपने आप को
दूसरों पर जबरदस्ती न थोपें, न ही बिना मांगें सलाह दें । सबके
साथ मृदुभाषी रहें। कड़वाहट जीवन में जहर का
काम करती है।सभी से प्रेम पूर्वक बातो दवारा आप उन्हे अपने व्यक्तित्व के प्रति आकर्षित
कर सकते है। निंदा स्तुति से बच कर रहें।बे वजह किसी के बारे मे कभी बुरा ना बोले इससे
आपकी छवी खराब हो सकती है। वैसे मित्रो आप भी अपने अनुभवो दवारा अपने व्यक्तित्व मे
बदलाव कर शिष्टाचार ला सकते है अगर आप मान -सम्मान ,खुशिया ,कामयाबी ,तरक्की चाहते है तो देर किस बात की सही चीज
की शुरुवात आज से ही करे । जीवन मे सबके दिल के विनर बने ना की लुझर ....... ।
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जीवन में सफलता ,कामयाबी की हार्दिक शुभकामनाऍ। |