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- वैश्यावृति एक रोजगार या मजबूरी......?
Posted by : achhiduniya
15 January 2015
घिनौना खेल.....
मित्रो प्रमाण ..... पहले राजे - महाराजे अपने महलो मे नर्तकियों को रखते थे। जो उनके मंत्रियो - संतरियों या आने
वाले राजे -महाराजे के मेहमानो का मनोरंजन करती थी । समय ने करवट बदली लेकिन इस
घिनौनी पंरपरा ने पीछा नही छोड़ा उल्टे ज्यादा नग्नता से सामने आ गई। आज हर जगह
मेट्रो सिटी शहर हो या छोटा से छोटा
गॉव हो इस प्रकार के वैश्यावृति धंधे में
लिप्त लड़किया होना आम बात है।
कुछ खुल कर तो कुछ छुप कर । इसका
मुख्य जिम्मेदार कौन .....?
दिनों-दिन वैश्यावृति का कारोबार बढ़ता जा रहा है। वैश्यावृति में लिप्त लोग बड़ी
असानी से अपने धंधे का कारोबार बढ़ाने में लगे है। साथ ही शहर ,गॉव में
असानी से जगह-जगह इस तरह के घिनौने गोरखधंधें को अंजाम दे रहे हैं। जिनपर प्रशासन लगाम
नहीं लगा पा रही है। शहर ,गॉव
मे हर दिन
किसी भी एक जगह पर वैश्यावृति होने की सूचना सामने आती है। लगातार बढ़ रहे वैश्यावृति का गोरखधंधां अच्छे समाज
के निर्माण में सवाल पैदा कर रहा है।
जहां पर राज्य और देश के बाहर की रहने वाली
युवतियों से इस गोरखधंधे का संचालन करवाया जा रहा है। वैश्यावृति के धंधे में
लिप्त इन युवतियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि यह शहर के सबसे प्रतिशिष्ट जगह
सड़क पर खड़े होकर इशारे कर लोगों को अपनी तरफ आर्किषत करती नजर आती हैं। लेकिन इन
पर पुलिस या प्रशासन की ओर से किसी भी
तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।अगर कभी की भी जाती
है तो महज खाना पुर्ती जो कि पुलिस के
ऊपर सवालिया....? निशान खड़ा करती है। शहर में मौजूद
कई होटल संचालक व मकान मालिक भी इसमें शामिल हैं,जो
कि कुछ रुपयों के लिए घंटों के हिसाब से रूम दे देते हैं। इसी तरह बिना किसी के
जान पहचान के मकान मालिक इनको मकान किराए पर दे देते हैं,
जहां यह लोग अपने गोरखधंधें को अंजाम देते हैं।जिसने वे भी इस
जुर्म के उतने ही दोषी होते है जितनी वे महिलाएँ ।
समाज से इस कुप्रथा को मिटाने के लिए
एकजुटता की जरूरत है। प्रशासन व महिला
कल्याण विभाग को सामने आकार महिलाओ पर इस प्रकार के हो रहे अत्याचार से उन्हे
मुक्त करके स्वछय समाज के निर्माण के साथ स्त्री को उसके मान सम्मान से जीने का हक
दिलाने का प्रयास करना चाहिए।इसके लिए हर व्यक्ति उन पर हो रहे जुल्म का विरोध करे,जिससे वे अपने को
सुरक्षित और सबल महसूस करे इससे ही समाज मे फैली इस वैश्यावृति
कुरीती का खात्मा होगा,वरना कोई महिला ,स्त्री या बच्ची
मजबूरी मे तो कोई ज़ोर जबर्दस्ती से इस घिनौने गोरखधंधे मे रोजाना घकेली जाएगी
।

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