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- लगन सच्ची हो तो......मंजिल ढुढ़ती हुई आती है......
Posted by : achhiduniya
16 April 2015
आप लोगों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखते हैं तो
जीवन में.......
जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें लक्ष्य की जरूरत होती है। अपने
विचारों को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए अपनी भावनाओं को सही विचार यानी सकारात्मक
मोड दे। जिस प्रकार समुद्र मे घूमते हुए जहाज को दिशासूचक यंत्र की जरूरत होती है उसी
प्रकार जब आपको यह पता चल जाए कि हमारा मन ठीक महसूस नहीं कर रहा है तो अपनी दिशा
में थोड़ा परिवर्तन किया जाना चाहिए।
बिना किसी लक्ष्य के किसी भी दिशा में आगे
बढ़ना मुश्किल है। अपने सामने कोई लक्ष्य न हो तो बोरियत भी महसूस होती है। जिस
रुख के साथ हम अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते हैं वही हमें दूसरों से अलग करता है और
हमारी पहचान को कायम करने में मदद भी करता है। आगे बढ़ते हुए हमारे सामने लक्ष्य
हों और हम सही दिशा को पहचानकर उनकी तरफ बढ़ सकें। लक्ष्यों को पाने के लिए सही
दिशा में कदम बढ़ाना भी बहुत जरूरी है। अगर हमारे कदम सही दिशा में आगे बढ़ते हैं
तो हमें उसके संकेत भी मिल जाते हैं।
जब काम को लेकर आपके मन में संतोष होगा तो
आपका मन प्रसन्नता को महसूस करेगा। इसलिए आप हर काम को यह मानकर करें कि आप उसे
अपनी प्रसन्नता के लिए कर रहे हैं। अगर आप ऐसा मानकर कार्य करेंगे तो उसके लिए
भीतर से प्रेरित भी रहेंगे। अपने जीवन में प्रेरित और ऊर्जायित महूसस करते हैं तो
पाते हैं कि आपको प्रेरणा के लिए कहीं और देखने की जरूरत नहीं होती।
तब आप ज्यादा
बेहतर तरीके से और सही दिशा में आगे बढ़ते हैं। किसी भी काम को जब आप ऊर्जा और
प्रसन्न्ता से करेंगे तो पाएंगे कि आपको उसे पूरा करने में बहुत ज्यादा अतिरिक्त
प्रयास नहीं करना पड़ रहे हैं और चीजें बहुत स्वाभाविक रूप से होती दिखाई देंगी। आप
लोगों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखते हैं तो जीवन में हमेशा अच्छा ही महसूस करेंगे।
अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते हुए समय-सीमा तय करके चलना हमेशा आपकी मदद करेगा लेकिन
समय को खींचने की कोशिश न करें।
कई बार हम बहुत छोटी समय-सीमा तय कर लेते हैं और
उसमें चीजें पूरी नहीं हो पाने पर हतोत्साहित हो जाते हैं। इसलिए अगर आप अपने भीतर
के किसी गुण को बदलने का प्रयास कर रहे हैं तो उसके लिए समय को बंधन की तरह न रखें।
समय को इस तरह देखने पर आपके लिए चिंताएं और हताशा ही बढ़ेंगी।
समय और लोगों के
प्रति अपने सभी पूर्वाग्रहों और पूर्व मान्यताओं को एकतरफ रखकर ही आगे बढ़ें। हमारे
आसपास के लोगों से भी हमारी सकारात्मकता में बहुत ज्यादा इजाफा होता है और अगर
आसपास नकारात्मक वातावरण है तो वह हमें पीछे की ओर खींचता है।
इसलिए ऐसे लोगों से
जितना दूर रहेंगे वह लक्ष्यों की ओर बढ़ने में आपकी मदद करेगा। हम अगर अपनी
योग्यता पर काम करते हैं तो नए लक्ष्यों की चुनौती को भी हल कर पाएंगे।
जीवन में
आगे बढ़ने के लिए पढ़ना हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। इस तरह हम बड़े और
कठिन लक्ष्यों को हासिल करने की योग्यता भी अर्जित करते जाते हैं।