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- फूल माला नही यहा चड़ती है घड़िया........
Posted by : achhiduniya
16 April 2015
घड़ी चढ़ाने की परंपरा.....पहले एक ट्रक........
जौनपुर जिला मुख्यालय से करीब 30
किलोमीटर
दूर मडि़याहूं तहसील के जगरनाथपुर गांव में यह ब्रह्म बाबा का मंदिर प्राचीनकाल से
ही स्थानीय लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। घड़ी वाले बाबा की महिमा केवल
आसपास के इलाकों में ही नहीं बल्कि जौनपुर समेत अगल-बगल जिले के श्रद्धालु यहां
आकर पूजा-पाठ करते हैं और मन्नते मांगते हैं।
स्थानीय लोग का कहना हैं कि एक व्यक्ति ने ब्रह्म बाबा से मिन्नत की
थी कि वह ट्रक चलाना सीख लेगा तो घड़ी चढ़ाएगा,
उसकी
मांगी मुराद पूरी होते ही उसने घड़ी चढ़ा दी। इसके बाद एक परंपरा सी बन गई है।
जौनपुर के एक देवता को श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर फूल, माला, प्रसाद
की जगह दीवार घड़ी चढ़ाते हैं।
श्रद्धालुओं का मानना है कि घड़ी चढ़ाने से बाबा
खुश होते हैं। इसी परंपरा के कारण इस मंदिर का
नाम घड़ी वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध है। इस देव स्थान पर घड़ी चढ़ाने की परंपरा
करीब 30 साल पहले एक ट्रक ड्राइवर ने
शुरू की थी। आज हर भक्त इस देव स्थान पर घड़ी ही चढ़ाता है।