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- आपकी सोच चुंबक की तरह जाने कैसे.............?
Posted by : achhiduniya
05 May 2015
क्योकि सोना आखिर सोना होता............
मित्रो प्रमाण........अक्सर
हम इस
बात को
भूल जाते
है की
चुंबक सिर्फ
लोहे को
ही अपनी
ओर खिचने की
ताकत रखता
है,चाहे आप
इसके आगे
कितने ही
काँच,प्लास्टिक,रबर, लकड़ी,तांबा,पीतल,जस्ता
यहा तक
की अच्छी
क्वालिटी का
सोने,चांदी
के ढ़ेर
लगा दे
फिर भी
आप देखेंगे
की वह
उनमे से
लोहे को
अपनी ओर
खिचता है।
इसे विज्ञान
कहे या
प्रकर्ति की
देंन। लेकिन
असल मुद्दा
लोहा या
चुंबक नही, असल मुद्दा आपका अपना
दिमाग, मस्तिष्क,भेजा
या अँग्रेजी
मे जिसे
ब्रेन कहते
है।
यह
भी उस
चुंबक की
तरह ही
होता है।
ध्यान देने
वाली बात
यह है
की इसमे
अच्छे और
बुरे विचरो
को खिचने
की असीम
शक्ति होती
है। मानव
मस्तिष्क मे
चौबीस घंटे
मे साठ
हजार [60,000] विचार आते
है। दोस्तो
जिस प्रकार
चुंबक का
गुणधर्म लोहे
को अपनी
ओर आकर्षित
करना [खिचना
]होता चाहे
उसके आगे
सोना ही
क्यू ना .....? पड़ा हों।
क्योकि उसे
समझ नही
होती। लेकिन
मानव मस्तिष्क
को समझ
और पूरी
जानकारी होती
है कि
विचार अच्छे
[सोना ] है
या बुरे
[लोहा ]फिर
भी वह
गलती कर
बैठता है।
हमेशा नकारात्मक विचार [लोहे]
को ही
अपनी ओर
आकर्षित करता
है और
सकारात्मक विचार
[सोने] को
अपने से
दूर करते
जाता है।
जिसका फायदा
और नुकसान
आप जानते
है। सबसे
पहले आप
अपने को
नियंत्रित रखकर
किसी के
उसकावे या
कहने पर
भी आप
अपने को
शांत चित
रखें। यह
थोड़ा सा
मुशकिल है
पर आदत
बनाने से
आपको इसका
काफी फायदा
होगा। कोई
चाहे कितना
भी आपको
उसकायें आपको
शांत रहकर
ही उसका
जवाब देना
है। एक
सुकून का
भाव आपको
जगाना पड़ेगा।
आप एक
कार्य को
पूरा करने
के बाद
थोड़ा ब्रेक
लें फिर
दूसरा काम
करें। हमारा
मन हमेशा
ही नकारात्मक
विचारों के
बारे में
ही सोचता
रहता है।
किसी काम
पर आपको
गुस्सा आता
हो तो
आप ये
सोंचे यदि
कोई दूसरा
भी मेरी
जगह होता
तो शायद
उसे भी
यही विचार
आता। इसलिए
गुस्से को
सकारात्मक भाव
में बदलें।
बेवजह ही
परेशानियों और
उलझनों से
दूर रहें।
क्योंकि कभी
कभी बार-बार
किसी दूसरे
की समस्या
से आप
परेशान हो
जाते हो
और बाद
में पता
चलता है
कि दूसरा
व्यक्ति तो
ठीक है,हम
बेवजह की
टेंशन ले
रहें हैं।
जब तक
खास जरूरी
न हो
दूसरे की
बातों पर
या उसकी
परेशानी पर
आप ध्यान
न दें।
यदि बार-बार
काम करते
वक्त आपको
भविष्य की
टेंशन या
नकारात्मक विचार
आते हों
तो आप
जो काम
कर रहे
हो उसे
थोड़ी देर
के लिए
बंद कर
दें और
और उस
सुखद विचार
का अनुभव
करें। हर
समस्या का
हल आपके
पास ही
होता है
बस उसे
समझें और
समस्या के
हल की
वजह खोजें।
इस बात
का ख्याल
रखें आप
हर दिन
पहले से
ज्यादा खुश
और मजबूत
हैं।
घबराएं
नहीं बस
यही विचार
करें की
परेशानी तो
है ही
नहीं। बस
थोड़ी सी
कमजोरी थी
जो मैनें
दूर कर
दी। हमेशा
अच्छा बोलें
और सोचें।सोने
को आकर्षित
करे यानी
अच्छे विचारो
को ना
की लोहे
को यानी
बुरे विचारो
को क्योकि
सोना आखिर
सोना होता
है......
आपका
मित्र अनिल
भवानी।