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- तनाव से सोचने की शक्ति होती है क्षीर्ण............
Posted by : achhiduniya
25 May 2015
टेंशन लेने का नही देने का यह बात
तो आम है दोस्तो लेकिन कभी ना तो टेंशन देने का ना ही कभी लेने का क्योकि किसी को कुछ
देने पर वह हमे वापस भी प्राप्त होता है वो कैसे...? वो ऐसे...किसी भिखारी को एक रुपया दान देने से वह
आपको दुआ देता है। किसी की मदद करने पर वह भी हमारी मदद के लिए तत्पर रहता है।
उसी
प्रकार यदि आप किसी को टेंशन या तनाव देंगे तो क्या बदले मे वो आपको मिठाई या रसगुल्ले
देगा जाहीर है वही देगा जो आप उसे देते है। तनाव शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक
सेहत के लिए भी खतरनाक है। एक ताजा शोध के मुताबिक लगातार तनाव में रहने से सोचने
की शक्ति क्षीण होने लगती है।
शोधकर्ताओं कि माने तो बहुत से लोगों का मानना है
कि तनाव के कारण उनकी सोचने की शक्ति कम हो जाती है यह सच है। यूनिवर्सिटी ऑफ
मिशिगन मेडिकल स्कूल एंड डिप्रेशन सेंटर के शोधकर्ताओं ने 612 महिलाओं-पुरुषो पर अध्यन किया। इनमें से दो तिहाई महिलाओं-पुरुषो ने अपने
जीवन में जबरदस्त तनाव का सामना किया था।
इसलिए हो सके तो इससे बचने के उपाय करे ना
की किसी और को टेंशन या तनाव देने की सोचे। .