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पासपोर्ट वेरीफिकेशन दस्तावेज ऑनलाइन ही पुलिस थानों को भेजे जा रहे हैं,इस सिस्टम से महाराष्ट्र के 17 जिलों के थाने जुड गए हैं......
Posted by : achhiduniya
18 May 2016
नागपुर
पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत अब तक शामिल रहे उस्मानाबाद और लातूर के अलावा एक और
जिला नए सेवा केंद्र में शामिल हो सकता है। इस व्यवस्था से नागपुर कार्यालय पर
दबाव कम होगा वहीं, संबंधित क्षेत्र के लोगों को पासपोर्ट के
लिए नागपुर तक की लंबी दूरी तय नहीं करनी पडेगी। फिलहाल नागपुर के क्षेत्रीय
पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत अकोला, अमरावती, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर,
गढचिरोली, गोंदिया, हिंगोली,
जालना, लातूर, नागपुर,
नांदेड, उस्मानाबाद, परभणी,
वर्धा, वाशिम व यवतमाल जिले हैं। वर्तमान में
नागपुर में रोजाना औसतन 500 पासपोर्ट के आवेदन स्वीकार किए
जा रहे हैं। सेवा केंद्र के विकेंद्रीकरण पर कुछ जिले घटने के बाद आवेदकों के लिए
सुविधाएं बढ सकती हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुणे पासपोर्ट कार्यालय के दायरे में कोल्हापुर या औरंगाबाद में नया पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू हो सकता है। पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आवेदकों को सबसे अधिक समय पुलिस वेरीफिकेशन में ही लगता था। पहले पासपोर्ट कार्यालय द्वारा कागज के दस्तावेजों को सही क्रम में जमाकर इन्हें लिफाफे में भरकर संबंधित पुलिस थाने को डाक सेवा के जरिए भेजना पडता था। पासपोर्ट बनवाने में अब पुलिस वेरीफिकेशन की प्रक्रिया और आसान बन गई है। आवेदक के दस्तावेज कंप्यूटर पर अपलोड कर इसे वेरीफिकेशन के लिए पुलिस थानों को ऑनलाइन ही भेजा जा रहा है। इस सिस्टम से महाराष्ट्र के 17 जिलों के थाने जुड गए हैं। अब चंद सेकंड में ही सारे दस्तावेज ऑनलाइन ही थानों को मिल जाते हैं। थाने भी आवेदक की जांच करने के बाद रिपोर्ट ऑनलाइन ही भेज रहे हैं,लेकिन पुलिस थानों की कार्यप्रणाली सुस्त होने से सिस्टम हाईटेक होने के बावजूद प्रक्रिया को गति नहीं मिल पा रही है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुणे पासपोर्ट कार्यालय के दायरे में कोल्हापुर या औरंगाबाद में नया पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू हो सकता है। पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आवेदकों को सबसे अधिक समय पुलिस वेरीफिकेशन में ही लगता था। पहले पासपोर्ट कार्यालय द्वारा कागज के दस्तावेजों को सही क्रम में जमाकर इन्हें लिफाफे में भरकर संबंधित पुलिस थाने को डाक सेवा के जरिए भेजना पडता था। पासपोर्ट बनवाने में अब पुलिस वेरीफिकेशन की प्रक्रिया और आसान बन गई है। आवेदक के दस्तावेज कंप्यूटर पर अपलोड कर इसे वेरीफिकेशन के लिए पुलिस थानों को ऑनलाइन ही भेजा जा रहा है। इस सिस्टम से महाराष्ट्र के 17 जिलों के थाने जुड गए हैं। अब चंद सेकंड में ही सारे दस्तावेज ऑनलाइन ही थानों को मिल जाते हैं। थाने भी आवेदक की जांच करने के बाद रिपोर्ट ऑनलाइन ही भेज रहे हैं,लेकिन पुलिस थानों की कार्यप्रणाली सुस्त होने से सिस्टम हाईटेक होने के बावजूद प्रक्रिया को गति नहीं मिल पा रही है।