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- प्राइवेट हॉस्पिटल पर 600 करोड़ का फ़ाईन ठोका केजरीवाल सरकार ने.......
Posted by : achhiduniya
12 June 2016
दिल्ली में 43 अस्पतालों को इस शर्त पर रियायती
दरों पर जमीन दी गयी थी कि वे गरीब मरीजों के लिए 10 फीसदी
बेड और बाह्य रोगी विभाग में 25 फीसदी स्थान मुफ्त इलाज के
लिए रखेंगे। जिसके तहत दिल्ली सरकार ने पांच निजी अस्पतालों को गरीबों का इलाज
करने से इंकार करने पर 600 करोड़ रुपए का अवांछित मुनाफा जमा
करने का निर्देश दिया है। यह जुर्माना साल 2007 में एक जनहित
याचिका पर उच्च न्यायालय के फैसले के आधार पर लगाया गया है। याचिका में मुफ्त इलाज
के प्रावधान को लागू करने और दोषी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गयी
थी। जुर्माना राशि उसी के हिसाब से तय की गई है।स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त
निदेशक (EWS) डॉ. हेमप्रकाश ने कहा कि मैक्स (साकेत),
फोर्टिस एस्कार्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, शांति
मुकुंद अस्पताल, धर्मशिला कैंसर अस्पताल और पुष्पावती
सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट को इस शर्त पर 1960 और 1990
के बीच रियायती दरों पर जमीन दी गयी थी कि वे गरीबों का मुफ्त इलाज
करेंगे। प्रकाश ने कहा ‘इन पांचों अस्पतालों ने शर्तों का
पालन नहीं किया है। पहले दिसंबर 2015 में इन अस्पतालों को
नोटिस भेजकर उनसे इस बात पर सफाई मांगी थी कि वे गरीबों का इलाज करने में क्यों
विफल रहे और उन पर जुर्माना क्यों न लगाया जाए। लेकिन उनमें से किसी ने भी
संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसलिए उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है। इन अस्पतालों को
नौ जुलाई तक जुर्माना राशि का भुगतान करना होगा।
