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- मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने द्रमुक पर कच्चाथिवु द्वीप श्रीलंका को सौंपने का लगाया आरोप .......
Posted by : achhiduniya
21 June 2016
राज्य
विधानसभा में सत्ताधारी अन्नाद्रमुक एवं द्रमुक के सदस्यों में तीखी बहस हुई।
अन्नाद्रमुक की प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने द्रमुक के के.पोनमुदी
के धन्यवाद ज्ञापन के बीच चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जब वर्ष 1974 एवं 1976 के अनुबंधों के जरिए यह द्वीप श्रीलंका को
दिया जा रहा था, राज्य में एम.करुणानिधि के नेतृत्व में
द्रमुक की सरकार थी। उन्होंने द्रमुक पर कच्चाथिवु द्वीप श्रीलंका को दिए जाते समय
मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील
गठबंधन की केंद्र सरकार का कई साल तक हिस्सा रहने के बाद भी उसने न तो केंद्र पर दबाव
बनाया और न ही कोई अन्य कदम उठाया। जयललिता ने कहा कि केंद्र को कई चिट्ठियां
लिखने के बाद भी जब कोई अमल नहीं हुआ तब उन्होंने वर्ष 2008 में
उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की। यह याचिका उच्चतम न्यायालय के वर्ष 1960
के उस फैसले को ध्यान में रखकर दायर की गई है, जिसमें बेरुबारी को पूर्वी पाकिस्तान को दिए जाने को अवैध करार दिया गया
था। जयललिता भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौसैनिकों द्वारा किए गए अत्याचारों का
मुद्दा लगातार उठाती रही हैं। कच्चाथिवु द्वीप पर शनिवार को मछुआरों की नौकाओं पर
श्रीलंकाई नौसेना द्वारा की गई पत्थरबाजी की उन्होंने आलोचना की।