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- एम्पलॉय नही बॉस बनने की सोचे लेकिन कैसे......?
Posted by : achhiduniya
25 October 2017
बॉस बनने के बाद मिलने वाली ज़िम्मेदारियों और नई
चुनौतियों के लिए अक्सर लोग तैयार नही होते और उनके साथ के लोग उन्हें बताते भी नहीं कि बॉस बनने के साथ ही नई तरह की
चुनौतियां भी मिलती हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के
लिए अलग तरह की क़ाबिलियत चाहिए। हर कोई बॉस नहीं बन पाता जिसके अंदर मैनेजमेंट के गुर होते हैं वही, कामयाब
बॉस बन पाते हैं। जब आप ऊंचे पद पर पहुंच जाते हैं,तो
छोटे-मोटे फ़ैसले अपने सहकर्मियों पर छोड़ देते हैं। बॉस बनने पर आपको नई
चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए। आख़िर करें तो क्या?
पहली बात तो ये कि आपको कंपनी की हर कमी से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
फिर आपके पास मुश्किल सवाल ही पहुंच सकते हैं। आपको ऐसे फ़ैसले लेने होते हैं जो बहुत कठिन होते हैं। जिनका असर काफ़ी व्यापक होता है। ऐसे सवालों से कोई नहीं निपटना चाहता। बॉस बनते ही पहली चीज़ जो आपको सीखनी होती है, वो है, कठिन चुनौतियों से निपटने की कला। जो प्रमोशन पाकर ऊंचे पदों पर पहुंचते हैं, वो ये जानकर हैरान हो जाते हैं कि ऊपर बैठकर कितनी मुश्किलों से जूझना होता है। जब आप कामयाब होकर बड़े पद तक पहुंच जाते हैं, तब आपका सामना नई तरह की चुनौतियों से होता है। ऊंचे पद पर पहुंचने पर आपके हर फ़ैसले के दूरगामी नतीजे होने चाहिए। ज़रा सी ग़लती से टीम और कंपनी को भारी नुक़सान हो सकता है।
फिर आपके पास मुश्किल सवाल ही पहुंच सकते हैं। आपको ऐसे फ़ैसले लेने होते हैं जो बहुत कठिन होते हैं। जिनका असर काफ़ी व्यापक होता है। ऐसे सवालों से कोई नहीं निपटना चाहता। बॉस बनते ही पहली चीज़ जो आपको सीखनी होती है, वो है, कठिन चुनौतियों से निपटने की कला। जो प्रमोशन पाकर ऊंचे पदों पर पहुंचते हैं, वो ये जानकर हैरान हो जाते हैं कि ऊपर बैठकर कितनी मुश्किलों से जूझना होता है। जब आप कामयाब होकर बड़े पद तक पहुंच जाते हैं, तब आपका सामना नई तरह की चुनौतियों से होता है। ऊंचे पद पर पहुंचने पर आपके हर फ़ैसले के दूरगामी नतीजे होने चाहिए। ज़रा सी ग़लती से टीम और कंपनी को भारी नुक़सान हो सकता है।