- Back to Home »
- Motivation / Positivity »
- क्यू अच्छे कर्म करने चाहिए....?
Posted by : achhiduniya
24 October 2018
एक बार की बात है कि कर्म और दौलत मे बहस हो गई। दौलत कहती कि मैं बडी हू। किसी को भी कुछ भी बना सकती हू और कर्म कहता कि मेरे बिना दौलत किसी काम की नही। दौलत कहती कि चलो देखते है कि कौन बडा है।कर्म भी मान गया। दोनो चल पडे। जंगल में एक बहुत गरीब आदमी लकड़ी काट रहा था। दौलत उसके पास गई और एक थैली सोने की मोहरे की दी और चली गई। वो आदमी बहुत खुश हुआ और घर को चल पड़ा। घर पहुंचा तो घर के गेट का दरवाजा बंद था। उसने थैली दीवार पर रखी और दरवाजा खोलने लगा। दरवाजा खुलते ही वो अन्दर चला गया और मोहरे दीवार पर ही भूल गया। वो मोहरे पडोसी ने उठा ली। अगले दिन फिर वो आदमी लकड़ी काटने चला गया। दौलत फिर उसके पास गई और उसको एक हीरा दिया और चली गई।
उसने हीरा जेब में डाल कर चल पड़ा रास्ते मे उसको बहुत प्यास लगी और वो एक झरने के किनारे बैठ कर पानी पीने लगा तो हीरा जेब से निकल कर झरने मे गिर गया और एक मछली के पेट मे चला गया। वो आदमी उदास होकर घर चला गया। अगले दिन फिर वो लकड़ी काटने चला गया। अब कर्म ने दौलत से कहा कि तुमने दो बार कोशिश की अब मैं कोशिश करता हूँ। देखना इसके कैसे नसीब खुलते है। कर्म ने उस आदमी को 2 पैसे दिए और चला गया। आदमी बहुत खुश हुआ और वह घर को चल पड़ा और रास्ते मे सोचता है कि दाल से रोटी रोज खाते है और आज मछली से खाते है।
उसने बाजार से मछली खरीदी और घर जाकर जब मछली काटी तो उसमे से हीरा निकला हीरा देखकर वह बहुत खुश हुआ और चिल्लाने लगा कि मिल गया मिल गया पडोसी ने सुना और सोचा कि इसे पता चल गया हैं कि वो मोहरे की थैली मेरे पास है। उसने वो थैली उस आदमी के घर फैक दी। उस आदमी को वह थैली भी मिल गई। वह बहुत खुश हुआ और परमात्मा का शुक्र किया। कर्म जीत गया और दौलत हार गई। सो हमे भी हमेशा अच्छे कर्म ही करने चाहिए। अच्छे कर्मो से ही सब कुछ मिलता है।