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- सेक्स के दौरान महिला पार्टनर के फेक ऑर्गेज्म को कैसे पहचाने...?
Posted by : achhiduniya
19 September 2021
दांपत्य जीवन {पति-पत्नी} का
आधार फिजिकल रिलेशन अर्थात सेक्स होता है।
कई महिलाएं अपने पार्टनर के साथ सेक्स करते समय फेक ऑर्गेज्म{सेक्स संतुष्टि का नाटक} करती हैं। अब इसके कई कारण
हो सकते हैं,लेकिन आपके साथ अगर ऐसा हो तो आपको इसका पता
कैसे चल पाएगा। ऐसे कुछ संकेत होते हैं जिनकी मदद से ये पता लगाया जा सकता है कि
आपकी फीमेल पार्टनर फेक ऑर्गेज्म दे रही है और शायद उन्हें सेक्स में उतना मजा
नहीं आ पा रहा है। रिसर्च का क्या कहना है कि पार्टनर की ईगो को बचाने और भावनाओं
को ठेस न पहुंचाने और सेक्स को खत्म करने के लिए कई महिलाएं फेक ऑर्गेज्म {सेक्स संतुष्टि का नाटका} का सहारा लेती हैं। अक्सर
देखा जाता है कि क्लाइमेक्स के दौरान महिलाएं काफी उत्तेजित हो जाती हैं लेकिन
अगर आपकी महिला पार्टनर के एक्सप्रेशन काफी शांत दिख रहे हैं तो ये फेक ऑर्गेज्म
हो सकता है। कई बार महिलाएं फेक ऑर्गेज्म देने के बाद चुप रहती हैं। यदि सेक्स
के बाद कोई महिला चुप रहती है तो शायद उन्हें ये डर रहता है कि अगर उन्होंने
मुंह खोला तो कहीं उनके फेक ऑर्गेज्म की बात जाहिर न हो जाए। कई बार सेक्स के
बाद पार्टनर एक-दूसरे को चूमते हैं लेकिन फेक ऑर्गेज्म की स्थिति में
महिलाएं
सेक्स के बाद अपने पार्टनर से नजरें चुराती हैं। ऐसा बहुत ही कम होता है जब दोनों
पार्टनर एक ही समय पर क्लाइमेक्स पर पहुंचे। अगर आपके क्लाइमेक्स पर पहुंचते
ही आपकी फीमेल पार्टनर भी शांत हो जाए तो ये फेक ऑर्गेज्म का संकेत हो सकता है।
ऑर्गेज्म तक पहुंचने पर महिलाओं के पेल्विक हिस्से की मांसपेशियां संकुचित हो
जाती हैं जबकि फेक ऑर्गेज्म की स्थिति में आपको बड़ी आसानी से महसूस हो जाएगा कि
ये मांसपेशियां संकुचित नहीं हुई हैं। फेक ऑर्गेज्म क का संबंध उम्र से भी होता
है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे महिलांए फेक ऑर्गेज्म
देने में माहिर हो जाती हैं और पुरुषों के लिए इसका
पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
हालांकि, अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी फीमेल पार्टनर सेक्स
के दौरान फेक ऑर्गेज्म क दे रही है तो उन पर गुस्सा करने की बजाय आपको उनसे बात
करनी चाहिए और उन्हें कंफर्टेबल फील करवाना चाहिए ताकि वो आपसे अपनी इच्छा के
बारे में खुलकर बात कर सकें।सेक्स रिसर्च अध्ययन के आधार पर एक से दो तिहाई
महिलाएं अपने जीवन में फेक ऑर्गेज्म का सहारा लेती ही हैं। यूनिवसर्टी ऑफ कांसस
के शोधकर्ताओं ने 101 महिला छात्रों पर अध्ययन किया। इनमें से 67