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- खतरे में सीएम शिंदे की कुर्सी, शिंदे गुट में फुट,कई विधायक असंतुष्ट...
Posted by : achhiduniya
04 September 2022
शिवसेना और शिंदे सरकार का मामला अभी सुप्रीम
कोर्ट में अटका हुआ है। ऐसे में सियासी अटकलें लगाई जा रही है कि शिवसेना से नाराज
होकर शिंदे के साथ आने वाले विधायक मंत्री न बनने पर एक बार फिर शिवसेना की ओर रूख
कर सकते हैं। शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने बीजेपी का दामन थाम कर सरकार तो बना ली लेकिन, अब खुद शिंदे सरकार पर मुसीबत
के बादल मंडरा रहे हैं। शिवसेना से बागी होकर शिंदे के साथ आने वाले विधायकों में
सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है, क्योंकि
शिवसेना से आए अधिकतर विधायकों को आस थी कि बागी बनने पर उन्हें मंत्री बनाया
जाएगा लेकिन,ऐसा हुआ नहीं । इसे लेकर विधायक अपने
आपको ठगा महसूस कर रहे
हैं। शिंदे सरकार में 40 में से 9 विधायक ही मंत्री बने हैं।
ऐसे में बाकी विधायकों के बीच असंतोष है।
एकनाथ शिंदे विधायकों की नाराजगी को दूर करने के लिए एक बार फिर कैबिनेट
विस्तार कर सकते हैं लेकिन उसके बाद भी नाराज विधायकों में कुछ एमएलए मंत्री बनने
से छूट जाएंगे। क्योंकि शिंदे 23 और विधायकों को मंत्री बना
सकते हैं उसके बाद इसमें बीजेपी के भी कुछ विधायकों को
शामिल करना मजबूरी है। अब
महाराष्ट्र की शिंदे सरकार के सामने सबसे बड़ा संकट ये है कि किस तरह से असंतुष्ट
विधायकों को साधा जाए ताकि सरकार और कुर्सी दोनों बनी रहे। दल बदल कानून से बचने
के लिए शिंदे गुट को अपने पास कम से कम 37
विधायकों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने तक रखना होगा। शिवसेना के कुल 54 विधायक हैं, जिनमें से 40 विधायक शिंदे के साथ आ गए। यदि इनमें से चार विधायक शिवसेना
तोड़ लेती है या फिर चार विधायक शिंदे गुट को छोड़कर पुन:शिवसेना के साथ आते हैं
तो
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