- Back to Home »
- Crime / Sex , National News »
- गोधरा कांड हिंसा में इस्तेमाल हथियार की तस्कर महिला अंजुम कुरैशी 18 साल बाद गिरफ्तार...
Posted by : achhiduniya
30 January 2024
बीते 27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा में साबरमती
एक्सप्रेस में आग लगा दी गयी थी जिसमें अयोध्या से लौट रहे 59 कारसेवकों की जलने से मौत हो गयी
थी। यह शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त एसआईटी की निगरानी वाला नौवां मामला था। गुजरात
सरकार ने 2002 के
गोधरा ट्रेन अग्निकांड और उसके बाद हुए दंगों के मामलों में जांच कर रहे सुप्रीम
कोर्ट द्वारा गठित विशेष जांच दल [SIT] के गवाह संरक्षण प्रकोष्ठ की सिफारिश पर 95 गवाहों की सुरक्षा वापस ले ली है। SIT ने दंगा पीड़ितों के मामलों में
पैरवी कर रहे एक वकील
और एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को दिया गया केंद्रीय औद्योगिक
सुरक्षा बल का सुरक्षा घेरा भी वापस ले लिया है। सहायक पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) एफ
ए शेख ने कहा, उच्चतम
न्यायालय द्वारा गठित SIT के गवाह संरक्षण प्रकोष्ठ की सिफारिश के आधार पर
अहमदाबाद पुलिस ने नरोदा गाम, नरोदा पाटिया और गुलबर्ग सोसाइटी जैसे दंगों के अनेक
मामलों में 95 गवाहों
को दी गई पुलिस सुरक्षा वापस ले ली है। गुजरात में 2002 में हुए गोधरा दंगे हुए थे। इन
दंगों का बदला लेने के लिए एक महिला हथियारों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया
करती थी।
इस आरोपी 52 वर्षीय महिला को अब गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते [ATS] ने 18 साल बाद पकड़ लिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। एक प्रेस
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ATS ने एक विशिष्ट सूचना के आधार पर 23 जनवरी को वटवा इलाके के एक घर से
अंजुम कुरैशी उर्फ अंजुम कानपुरी को गिरफ्तार किया है। ATS ने बताया है कि महिला को तीन दिनों के लिए
पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और उसपर 2005 में आर्म्स एक्ट के प्रावधानों के
तहत मामला दर्ज किया गया था।