- Back to Home »
- Crime / Sex »
- 11 करोड़ रुपये का सर्पदंश घोटाला आया सामने मध्य प्रदेश में….
Posted by : achhiduniya
25 May 2025
जबलपुर संभाग के
संयुक्त निदेशक (बजट और लेखा विभाग) रोहित सिंह कौशल ने बताया कि अधिकारियों की
मिलीभगत से सांप के काटने के पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए खजाने से पैसे
निकालने के लिए 279 फर्जी नामों का इस्तेमाल किया गया। मृत्यु प्रमाण पत्र,
पुलिस सत्यापन रिपोर्ट और पोस्टमार्टम
रिपोर्ट की जांच किए बिना ही राशि मंजूर कर दी गई। उन्होंने बताया कि सहायक ग्रेड-3
कर्मचारी सचिन दहायत मुख्य साजिशकर्ता था,
जिसने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर कथित
तौर पर सरकार की एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (आईएफएमएस) में हेराफेरी की और
पैसे निकाल लिए। कौशल ने कहा हमारी जांच के दौरान, यह पाया गया कि कागजों पर मृत घोषित किए गए लोग
(सांप के काटने से) वास्तव में जीवित थे। साथ ही, मृतकों की सूची में कई फर्जी नाम थे। केवलारी
थाना प्रभारी एस एस राम टेककर ने बताया कि कुल 11. 26 करोड़ रुपये धोखाधड़ी से 46
खातों में ट्रांसफर किए गए,
उन्होंने बताया
कि 21
लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने
बताया,मुख्य
आरोपी सचिन दहायत पहले से ही हिरासत में है और 25 और संदिग्धों को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी
हैं। कौशल ने कहा कि कुछ मामलों में, मुआवजे का दावा करने के लिए एक ही नाम से कई
मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। संत कुमार बघेल को आधिकारिक तौर पर सांप के
काटने से मृत घोषित किया गया था। रिकॉर्ड से पता चलता है कि उनकी मृत्यु
पर कई लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था।
लेकिन उन्हें सिवनी जिले के मलारी गांव में जीवित पाया गया। उन्होंने कहा मैंने
सुना था कि केवलारी तहसील में ऐसा घोटाला हो रहा था।
अब जब आप यहां आए हैं,
तो मुझे पता चला है कि मुझे मृत घोषित कर
दिया गया है और मेरे नाम पर पैसे निकाले गए हैं। लेकिन मेरे साथ कुछ नहीं हुआ है।
सरकार को भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में
ऐसी चीजें न हों। दरअसल, मध्य प्रदेश में सांप
काटने से होनी वाली मौत के लिए सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जाता है। ऐसे में
अधिकारियों ने कई फर्जी एंट्री कर मुआवजा हड़प लिया। जांच में सामने आया है कि
अधिकारियों ने कुल 11 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। 2019 से 2022 के बीच हुए इस घोटाले के लिए 21
लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
घोटालेबाजों ने सरकार के उस नियम का फायदा उठाया जिसके तहत सांप के काटने सहित
प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है।