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- जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा,लव जिहाद,धर्मांतरण गैंग, 106 करोड़ रुपए का लेनदेन....
Posted by : achhiduniya
19 July 2025
धर्मांतरण गैंग के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी करीबी नसरीन से पूछताछ के बाद यूपी एटीएस 100 से
अधिक लोगों को रडार पर लेकर उनकी तलाश कर रही है। यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा के भतीजे को गिरफ्तार किया था। जांच में जिन और दो लोगों के नाम सामने आए थे
उन्हें एटीएस ने शनिवार को बलरामपुर से गिरफ्तार किया है। छांगुर के नेटवर्क को
ध्वस्त करने के लिए परिवर्तन निदेशालय, यूपी एटीएस और एसटीएफ की संयुक्त टीम बलरामपुर व
आसपास के जिलों में लगातार कार्रवाई कर रही है। परिवर्तन निदेशालय की टीम ने
छांगुर के 14 ठिकानों पर गुरुवार को छापा मारा था। इनमें से भारत
में यूपी के बलरामपुर जिले के अतरौली, जबकि दो महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित थे। अभी तक की
जांच में 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपए के लेनदेन का पता चला है। इनमें
ज्यादातर फंडिंग
पश्चिमी देशों से मिली है। एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि जांच का उद्देश्य
छांगुर से जुड़े लोगों और संगठनों की ओर से प्राप्त विदेशी चंदे के स्रोत और उसके
अंतिम उपयोग का पता लगाना है। संदेह है कि इन पैसों का इस्तेमाल धर्मांतरण के साथ
ही साथ आतंकी फंडिंग के लिए भी हो रहा था। ईडी ने मुंबई में शहजाद शेख उर्फ इलियास
शेख के महिमा और बांद्रा इलाके में स्थित ठिकानों को भी खंगाला था। खाते में एक
करोड़ रुपए छांगुर ने भेजे थे। वहीं लखनऊ के चिनहट इलाके में छांगुर के मददगार एक
विभाग के बाबू के आवास को भी खंगाला गया है।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि इस
नेटवर्क में लव जिहाद का उपयोग कर तथा विदेश से प्राप्त धन से धन परिवर्तन व
रेडिकलाइजेशन के सबूत मिले हैं। गिरफ्तार अभियुक्त पूरे नेटवर्क में अलग-अलग रोल
निभाते थे। जैसे फंड प्राप्त करना, फंड को चैनेलाइज करना, सेफ
हाउस बनाना, लीगल एडवाइस देना, नए फोन व सिम प्रदान करना, प्रेम जाल में फंसना, धर्म
परिवर्तन के लिए सब्जबाग दिखाकर प्रेरित करना, धर्म परिवर्तन के लिए कागज तैयार करना व रेडीकलाइजेशन
करना आदि शामिल है। डीजीपी ने बताया, अभी तक की प्रारंभिक जांच में ग्रुप का संबंध PFI, SDPI ए
पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी होने के संकेत मिले हैं। आगरा पुलिस द्वारा की
गई इस कार्रवाई में यूपी एटीएस और एसटीएफ को भी शामिल किया गया है। जरूरत पड़ने पर
अन्य राज्यों की पुलिस तथा केंद्रीय एजेंसियों का भी सहयोग लिया जाएगा।